ज़िंदगी में आगे बढ़ने और कुछ अलग करने के लिए प्रेरणा बहुत ज़रूरी है। किसी से प्रेरणा मिलने पर हम खुद ब खुद कुछ करने के लिए आगे बढ़ते हैं। आज के युवाओं को भी ज़िंदगी में बेहतर करने और अपने आसपास के लोगों की भलाई के लिए काम करने के लिए प्रेरणा की ज़रूरत है और उनके प्रेरणास्रोत हैं ये प्रतिभाशाली युवा, जिन्होंने न सिर्फ अपनी, बल्कि देश की बेहतरी की दिशा में काम किया है।
1. रियाज़ गंगजी
रियाज पारंपरिक भारतीय परिधान बेचने वाली स्टोर लिबास के संस्थापक और को-ओनर हैं। रियाज़ ने कम उम्र में ही कारनामा कर दिखाया जिसकी वजह से वो युवाओं के प्रेरणास्रोत बन गए हैं। दरअसल, उनका फैशन स्टोर लिबास एनएसई की सूची में शामिल होने वाला पहला इंडियन डिज़ाइन लेबल है और इसका आईपो 68 रुपए प्रति शेयर था।
2. देवांगी निशार पारेख
AZA की संस्थापक और को–ओनर देवांगी अपना ये मल्टी डिज़ाइज़र स्टोर मां के साथ मिलकर चलाती हैं। मां-बेटी की ये जोड़ी यकीनन आज की पीढ़ी के लिए एक मिसाल हैं, क्योंकि इनका डिज़ाइनर लेबल देश का प्रतिष्ठित लेबल बन चुका है।
3. आनंद कुमार
शिक्षा को सबसे ज़्यादा महत्व देने वाले आनंद कुमार के बारे में शायद अब सब जानते हैं। गरीब और सुविधा से वंचित बच्चों को आईआईटी-जीईई की ट्रेनिंग देने वाले आनंद कुमार की बदौलत ऐसे बच्चे भी इंजीनियर बन पाए, जिनके पास आईआईटी को कोचिंग के पैसे नहीं थे, क्योंकि आनंद कुमार होनहार बच्चों को मुफ्त में पढ़ाते हैं, अपने सुपर 30 इंस्टीट्यूट में।
4. अरुणाचलम मुरुगनाथम
ये नाम शायद अब आपके लिए नया नहीं है, क्योंकि अक्षय कुमार की फिल्म पैडमैन इनके जीवन पर ही बनी थी। हमारे पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं की बेहद निजी समस्या को उजागर करना और उसका समाधान बताना कोई आसान काम नहीं है, मगर अरुणाचलम ने वो किया। आज की युवा पीढ़ी के लिए अरुणाचलम किसी मिसाल से कम नहीं हैं।
5. अदिति गुप्ता
महिलाओं और खासतौर पर उन लड़कियों के लिए जिनके पीरियड्स आने वाले हैं, उन्हें पीरियड हाइजीन के बारे में ज़्यादा जानकारी नहीं है। इसलिए अदिति गुप्ता ने अपनी बुक सीरिज मेन्स्ट्रुपीडिया के ज़रिए लड़कियों और महिलाओं को जागरूक और शिक्षित करन के काम किया है।
6. अफरोज़ शाह
तेज़ रफ्तार से बढ़ती जनसंख्या देश के लिए बहुत बड़ी समस्या बन चुकी है। इसकी वजह से गंदगी भी फैलती है। अफरोज शाह जो पेशे से वकील है, उन्होंने समाज के लिए कुछ करने के उद्देश्य से नकौरी छोड़ दी और मुंबई के वर्सोवा बीच की सफाई में जुट गए। उनकी कोशिशों का ही नतीजा है कि अब ये बीच बिल्कुल साफ-सुथरा है। उन्हें अपने प्रयास के लिए यूएन इन्वायरमेंटल अवॉर्ड भी मिल चुका है।
7. हरीश हांडे
जिस रफ्तार से ऊर्जा की खपत बढ़ रही है, हमें ऊर्जा के नए और पुनः उपयोग में आने वाले साधनों की ज़रूरत है। इस समस्या का समाधान निकाला हरीश हांडे ने सौर ऊर्जा के इस्तेमाल के रूप में। आर्थिक रूप से कमज़ोर लोगों के घर और व्यापार के लिए ऊर्जा की ज़रूरत सौर ऊर्जा से पूरी करने का तरीका हरीश ने ही बताया।
8. जिग्नेश मेवानी
राजनीति में आमतौर पर कुछ ही लोग युवाओं के प्रेरणास्रोत होते हैं और उन्हीं में से एक हैं जिग्नेश मेवानी। हाल ही में गुजरात में हुए चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में वो जीते हैं। गुजरात में दलितों की स्थिति सुधारने की दिशा में जिग्नेश ने सराहनीय काम किया है।
9. पी.वी. सिंधु
क्रिकेट के दीवाने देश में किसी और खेल का खिलाड़ी युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन जाए अपने आप में बड़ी बात है। बैडमिंटर प्लेयर सिंधु 19 साल की उम्र में ही वर्ल्ड चैंपियनशिप के वुमन्स सिंगल्स में जीत दर्ज करने वाली पहली महिला खिलाड़ी बनी थीं। रियो ओलंपिक में पदक जीतने के साथ ही सिंधु यूथ आइकॉन बन गईँ।
10. दीपा करमाकर
जिमनास्ट दीपा की बदलौत भारत के लोगों को इस खेल के बारे में पता चला। रियो ओलंपिक में तो वो पदक से चूक गई थीं, लेकिन 2014 में ग्लासगो कॉमनवेल्थ गेम्स में दीपा ने पहला कांस्य पदक जीता था। ऐसा करने वाली वो पहली भारतीय महिला जिमनास्ट थीं।
11. अमिरुद्दीन शाह
मुंबई की झुग्गी-झोपड़ी में जन्में और पले-बढ़े अमिरुद्दीन बेहतरीन बैले डांसर हैं। अमिरूद्दीन भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया के बेहतरीन बैले डांसर्स में से एक है। उनकी प्रतिभा को बैले मास्टर येहुदा माओर ने पहचाना और निखारा।
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