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भारत की सैन्य शक्ति का दुनिया मानती है लोहा, शीर्ष 5 में है स्थान

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भारत विशाल जनसंख्या और विविधताओं के संग तेजी से विकास पथ पर अग्रसर है। लगभग सभी क्षेत्रों में इसने अपनी छाप छोड़ी है। खासकर सैन्यशक्ति के मामले में विश्व के सभी देश इसका लोहा मानते हैं। पड़ोसी पाकिस्तान और चीन से मिल रही चुनौती की वजह से ऐसा करना मजबूरी भी है। लिहाजा एक बड़ी राशि इन पर खर्च की जाती है और इसे चुस्त-दुरुस्त रखने का प्रयास होता है। आए दिन चीन और पाकिस्तान से लगे बॉर्डर पर तनातनी देखी जा रही है। संतोष की बात है कि भारत सभी मोर्चों पर विरोधियों का सामना करने में सक्षम है।

 

सैन्य शक्ति के मामले में भारत शीर्ष 5 में!

 

 

रक्षा शक्ति का आंकलन करने वाली संस्था ग्लोबल फायर पावर ने भारत को तेजी से विकास करने वाला संगठित सैन्यशक्ति बताया है। बताते गर्व महसूस हो रहा है कि देश सैन्यशक्ति के मामले में विश्व में चौथे स्थान पर काबिज है।

 

 

उल्लेखनीय है कि बार-बार भारत को उलझाने का प्रयास करने वाला और परमाणु हथियारों की धौंस जमाने वाला पाकिस्तान शीर्ष दस में भी शामिल नहीं है। वहीं, भारत ने फ्रांस और ब्रिटेन जैसे देशों को पीछे छोड़ दिया है। गौरतलब है कि इस विश्लेषण में दुनिया के 133 देशों को शामिल किया गया है। रैंकिंग का आधार सैन्य संसाधन, प्राकृतिक संसाधान, रक्षा बजट, भौगोलिक सुविधाओं और मैनपावर को बनाया गया है।

 

 

बता दें कि पहले, दूसरे और तीसरे नंबर पर क्रमशः अमेरिका, रूस और चीन हैं, जबकि हमारा देश इसमें चौथे नंबर पर है। इसमें भारत ने तेरह लाख सैनिकों, 28 लाख रिजर्व सैनिकों और दो हजार से भी ज्यादा लड़ाकू विमान, 4500 के आस पास टैंक आदि रखने वाला देश है। यहां दो युद्ध पोत हैं और दुश्मनों के दांत खट्टे करने के मजबूत इरादे हैं। ज्ञात हो कि सात अरब डॉलर के रक्षा बजट वाला पाकिस्तान 13वें नंबर पर आता है।

 

 

स्पष्ट है कि पाकिस्तान भारत के मुकाबले कहीं नहीं टिकता है। इस लिहाज से हमारा देश दुनिया का चौथा सबसे शक्तिशाली देश है, जो फ्रांस, ब्रिटेन जैसे देशों से भी बहुत अधिक शक्ति संपन्न है।

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