पाकिस्तान ने भारत के साथ चल रही शांति वार्ता रोक दी है। साथ ही पठानकोट मामले की जांच कर रही NIA की पाकिस्तान जाने की मांग को खारिज कर दिया। भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित नेउल्टा ने भारत को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश की।
पाकिस्तान के इस कदम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई शांति वार्ता का पटाक्षेप हो गया है।
बासित ने भारत का नाम लिए बगैर कहा कि ये हर कोई जानता है कि कौन अशांति फैला रहा है और कौन उसे अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तानी उच्चायुक्त ने वहां गिरफ्तार किए गए कुलभूषण जाधव को लेकर कहा कि यह इस बात का सबूत है कि पाकिस्तान में अशांति कौन फैला रहा है।
हालांकि, बासित ने शांति वार्ता खत्म होने के पीछे कश्मीर को मुख्य मुद्दा बताया।
PM Modi’s Pakistan policy has been delivered a body blow today. Surprisingly the dialogue has been called off by Pakistan.
— Omar Abdullah (@abdullah_omar) April 7, 2016
गौरतलब है कि पाकिस्तान जाधव को भारतीय खुफिया एजेन्सी रॉ का एजेन्ट बता रहा है। जबकि माना जा रहा है कि पेशे से व्यवसायी कुलभूषण जाधव का बलुचिस्तान इलाके से पाकिस्तानी सेना ने अपहरण कर लिया था।
बासित ने पाकिस्तान JIT के पठानकोट अटैक की जांच रिपोर्ट को लेकर किए गए सवाल के जवाब में NIA को पाकिस्तान में जांच की अनुमति दिए जाने की बात को भी खारिज कर दिया। यही नहीं, बासित ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी सरगना मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने की भारत की कोशिशों पर चीन के वीटो की तारीफ की।