इंडियन पैरानॉर्मल सोसाइटी के संस्थापक और परालौकिक विज्ञान की सघन जानकारी रखने वाले विशेषज्ञ गौरव तिवारी की रहस्यमयी मौत हो गई है। वह पिछले सात जुलाई को दिल्ली के द्वारका स्थित अपने घर पर मृत पाए गए।
गौरव तिवारी ने परालौकिक विज्ञान मानचित्र पर भारत को स्थापित करने का काम किया था।
पुलिस इसे आत्महत्या का मामला मान रही है। गौरव का शव उनके घर में बाथरूम के फ्लोर पर पड़ा मिला था। उनकी गर्दन पर एक काला निशान भी था। पुलिस के मुताबिक उनकी मौत दम घुटने से हुई है।
गौरव के परिजनों ने बताया कि गुरुवार को सुबह 11 बजे उन्हें बाथरूम से एक तेज आवाज आई। दरवाजा खोलकर देखा तो गौरव फ्लोर पर पड़े था। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
गौरव तिवारी हाल के वर्षों में परालौकिक विशेषज्ञ के रूप में उभरे थे। उन्होंने कई टीवी शो में भी सहभागिता की थी।
गौरव ने अपना करियर एक कॉमर्शियल पायलट के रूप में शुरू किया था, लेकिन उनका झुकाव रहस्य की दुनिया में कुछ अधिक था। उन्होंने भूत-प्रेत व रहस्यमयी दुनिया जैसे विषयों पर वैज्ञानिक अध्ययन के लिए ‘इंडियन पैरानॉर्मल सोसायटी’ संस्था बनाई थी।
गौरव और उनके साथ एक टीम के रूप में काम करते थे। वे कथित तौर पर अलग-अलग उपकरणों के साथ अलग-अलग जगहों पर पड़ताल करने जाते थे।