हमारे समाज में सास-बहू का रिश्ता हमेशा से तकरार वाला रहा है। ऐसा कहा जाता है कि सास-बहू कभी दोस्त नहीं बन सकती, मगर ये तो पुराने ज़माने की बात है। अगर दोनों तरफ़ से कोशिश की जाए तो तकरार वाले इस रिश्ते में भी प्यार भरा जा सकता है। अगर आप अपनी सासू मां को दोस्त बनाना चाहती हैं, तो इन बातों का ध्यान रखें।
1. सम्मान करें
जिस तरह आप अपनी मां की इज्ज़त करती हैं, उसी तरह सासू मां का भी सम्मान करें। आखिरकार, उन्हीं की वजह से तो आपको अपना लाइफ पार्टनर मिला है। उनके अंदर की कमियों को देखने की बजाय ये सोचिए कि उन्हें इतने साल घर चलाने और रिश्तों को सजेहने का अनुभव है इसलिए आप भी उनसे कुछ सीख सकती हैं। उनके अच्छे गुणों के लिए उनका आदर करिए।
2. उनकी पसंद को अहमियत दें
घर के लिए कोई चीज़ खरीदने से पहले अगर उनकी राय ले लेंगी तो उन्हें अच्छा महसूस होगा, उन्हें लगेगा कि आप उनकी केयर करती हैं। इससे वो भी आपके साथ अच्छा बर्ताव करेंगी। किसी भी काम या प्लानिंग में उनसे राय लेकर और उनकी पसंद को अहमियत देकर आप उन्हें अच्छा महसूस करा सकती हैं।
3. साथ शॉपिंग या फिल्म देखने जाएं
पति और दोस्तों के साथ तो आप हमेशा बाहर जाती होंगी, कभी अपनी मदर इन लॉ के साथ भी शॉपिंग के लिए निकल जाएं या फिर उनके साथ कोई अच्छी फिल्म देख आएं। इससे उन्हें अच्छा लगेगा और आपका सास-बहू का रिश्ता दोस्ती में बदल जाएगा। हो सकता है शुरू में वो आपके साथ जाने से इनकार कर दें, मगर एक बार प्यार से कोशिश करके तो देखिए।
4. सीखने के लिए हमेशा तैयार रहें
किसी से कुछ सीखने से आप छोटी नहीं हो जाएंगी और सासू मां तो वैसे भी आपकी मां जैसी ही हैं। तो अगर वो आपसे टेस्टी पालक पनीर या मिठाई बनवाती हैं तो उनसे ईर्ष्या करने की बजाय उनसे ये सब सीखने की कोशिश करिए और जब वो कुछ अच्छा बनाएं तो खुलेमन से उनकी तारीफ भी करिए। इससे आपके रिश्ते में मिठास घुलेगी।
5. उन्हें दुश्मन न समझें
ये भावना मन से निकाल दें कि सास हमेशा बुरी ही होती हैं। अब आप जिस परिवार का हिस्सा है उसे आपकी सासू मां ने ही बनाया है। घर के हर सदस्य को प्यार से एक-दूसरे से जोड़े रखा है और अब ये आपकी ज़िम्मेदारी बनती हैं आप भी इस परिवार को इसी तरह प्यार से आगे बढ़ाएं। अगर कभी ये लगे कि घर में तो सिर्फ़ सासू मां की ही चलती है, तो तुरंत अपनी हुकूमत चलाने की गलती न करें, बल्कि वो जो कर रही हैं उन्हें करने दें और आप बस प्यार से अपनी ज़िम्मेदारी निभाते जाएं। यदि वो कुछ गलत करेंगी तो जल्दी ही उन्हें अपनी गलती का एहसास हो जाएगा।
6. प्रतियोगिता की भावना न रखें
याद रखिए ये आपका घर है, खेल का मैदान नहीं जहां आपको सासू मां से किसी तरह की प्रतिस्पर्धा करनी है। मन से ये भावना निकाल दें कि आप कोई काम उनसे बेहतर कर सकती हैं। बस चुपचाप अपना काम करती जाएं।
7. बात करना बंद न करें
हो सकता है कई बार आपको सासू मां की कुछ बातें बुरी लगे, लेकिन इस वजह से आप उनसे बात करना पूरी तरह से बंद न कर दें। अगर कभी आपका दिल दुखे तो बस अपने दर्द को बयां कर दें, मगर उस दर्द को दिल में दबाकर न रखें, क्योंकि बोल देने से आपका दिल साफ हो जाएगा और शायद सासू मां भी आगे बात करते समय ध्यान रखेंगी कि कहीं कुछ गलत न बोल दें।
8. कभी-कभार तारीफ भी कर दें
आपकी सासू मां ने सालों जिस तरह से पूरे घर और रिश्तों को सहेजकर रखा है इसके लिए कभी कभार उनकी तारीफ भी कर दिया करें। उन्हें अच्छा लगेगा कि किसी ने तो उनके काम को नोटिस किया, वरना आमतौर पर तो हाउसवाइफ के काम को लोग कोई अहमियत देते ही नहीं है।